इस प्यार को क्या नाम दू?
अगले दिन ज़ब अवनि काम पर निकली है तो वो काफ़ी नर्वस थी, एक तो जॉब का पहला दिन और दूसरा उसे पता ही नहीं की उसे काम क्या मिलने वाला है, खैर वो काम पर चली जाती है जहाँ उसे काउंटर पर उसे एक लड़की मिलती है,जिससे उसे पता चलता है कि अभिमन्यु आज ऑफिस नहीं आएगा...... इसलिए अवनि उसे अभिमन्यु का कार्ड दिखाते हुए पूछती है कि क्या उन्होंने (अभिमन्यु ने ) उसकी जॉब के बारे मे कोई बात करि थी, जिस पर वो लड़की जवाब देते हुए कहती है कि उन्होंने ऐसी कोई बात नहीं की थी और जितना उसे पता है ऑफिस मे अभी कोई वेकन्सी भी नहीं है!!!! इस बात से अवनि काफ़ी निराश हो जाती है, उसे लगता है कि शायद जान बूझ कर अभिमन्यु ने उसके साथ ऐसा किया, अवनि मुँह लटकाकर बिल्डिंग से बाहर चली जाती है.... अवनी - अब मैं क्या करू??? अवनि गुस्से मे कार्ड को रस्ते पर फेकने ही वाली थी कि उसकी नज़र कार्ड के पीछे लिखें नंबर पर जाती है, इसलिए वो बिना वक्त गवाए उस नंबर पर कॉल करती है ...... और कॉल रिसीव भी हो जाती है, और इसे पहले कि सामने से कोई कुछ कहता अवनि शुरू हो जाती है..... अवनि - आपने ऐसा क्यों किया, आपको ये सब मज़ाक़ लगता है क्या,,,मेरी मजबूरी का मज़ाक़ बनाते हुए आपको ज़रा भी शर्म नहीं आयी, आपको मुझे जॉब नहीं दिलवानी थी तो.... ये कहते कहते अवनी का गला भर जाता है....... और सामने से आवाज़ आती है " i am sorry पर मेने आपको पहचाना नहीं आप हैँ कौन "!! अवनि - कौन क्या अवनि बोल रही हु..!! सामने से जवाब आता है " अवनि कौन "! अवनि का नाम सुनते ही अभिमन्यु निशांत के हाथ से फ़ोन छीन लेता है.....!!! अवनी - अच्छा अब आप मुझे नहीं जानते, कल तो बड़ी बड़ी बातें कर रहे थे, सब समझ गयी मैं ऊँची दुकान फीके पकवान!! अभिमन्यु - what ऊँची दूकान? अवनि - कुछ नहीं बाय!! अभिमन्यु - hey एक मिनट रुको, क्या प्रॉबलम है तुम्हारी तुम इतना चिल्ला क्यों रही हो!!!!!! अवनी - मेरी प्रॉब्लम मैं हु कि मेने आप पर विश्वास किया !!!! तभी निशांत कहता है " ओ ओ याद आया, क्या ये वही अवनि है जिसे तूने पिछले कल काम दिलवाने के लिए कहा था, i am sorry यार मे उस वक्त नींद मे था इसलिए मुझे याद ही नहीं रहा!! निशांत फ़ोन के नज़दीक आकर कहता है " ओह i am really sorry अवनि मुझे ध्यान नहीं रहा, अभिमन्यु ने मुझसे कहा था तुम्हे काम दिलवाने के लिए "!! अवनि - आप कौन हो?? निशांत - मैं इसका मैनेजर कम दोस्त! अवनि - ओह, i am सॉरी अभिमन्यु सर !!! अभिमन्यु - तुम्हे सिर्फ 2 ही चीज़े आती है गलती करना और सॉरी बोलना , मुझे समझ नहीं आता गलती करने पर सॉरी कि वैल्यू ही क्या रह जाती है, i just hate that type of people!!! निशांत - यार इसमें इसकी क्या गलती गलती तो मेरी है!! अभिमन्यु - इसकी गलती ये है कि इसने पूरी बात जाने बिना ही मुझपे इलज़ाम लगाना शुरू कर दिया!!! सामने से आवाज़ आती है " i am sorry sir मैं दोबारा ऐसा कभी नहीं करूंगी "!! अभिमन्यु - ok ये लास्ट टाइम है, अब जाके अपना काम करो!!! अवनि - काम, लेकिन यहाँ तो कोई वेकन्सी ही नहीं है, मैं क्या करू????? अभिमन्यु - ये तुमसे किसने कहा.... तभी निशांत जवाब देता है " ये सही कह रही है,!!! अभिमन्यु - क्या कुछ तो काम होगा इसके लिए??? निशांत - अभी तो फिलहाल ऐसा कोई काम नहीं है..... अवनि - तो अब मुझे क्या करना होगा!!! अभिमन्यु - अ तुम हो कहाँ अभी!! अवनि - मैं आपके office के बाहर हु ...!!! अभिमन्यु - ok मैं वहाँ ड्राइवर भेज रहा हु, वो तुम्हे यहाँ लेके आएगा उसके बाद ही decide करेंगे कि तुम्हे क्या काम देना है!!! अवनि -ok!!!!! अभिमन्यु कॉल cut कर देता है.... और अवनि खुद से बात करने लगती है " पागल अवनि तूने उन्हें बुरा समझ लिया और इतना भला बुरा भी कहा !!!! और अवनि वहाँ पर ड्राइवर के आने का इंतज़ार करने लगी , और कुछ देर मे ड्राइवर आ गया "" मैडम आप ही है अवनि शर्मा "! अवनि - जी हाँ आपको अभिमन्यु सर ने भेजा है!! ड्राइवर - जी हाँ, आईये बैठिये!!!!! ड्राइवर उसे अभीमन्यु के बँगले मे ले आता है....... अवनि बंगलो मे enter करती है "" वाओ ये तो बहुत सुंदर है ""!!! अभिमन्यु का बंगला काफ़ी आलीशान था!!! अवनि घर देख ही रही थी कि उसकी नज़र अभिमन्यु कि दादी पर पड़ती है जो व्हीलचेयर पर थी और उनके हाथ से माला गिर गयी थी इसलिए वो किसी को आवाज़ देने लगी कि तभी अवनि वो मला उठाकर उनको देती है, और उनके पाउँ छू कर उनका आशीर्वाद लेती है!!!!! दादी - जीती रहो, तुम कौन हो बेटी!!! अवनि - जी मेरा नाम अवनि है!!!! दादी - अवनि बड़ा प्यारा नाम है, तुझे आज से पहले कभी देखा नहीं!! अवनि - वो मैं आज ही यहाँ आयी हु ना इसलिए!! दादी अवनि कि बात पर मुकुरा देती है " वो तो मुझे भी पता है मेरा पूछने का मतलब ये था कि तू यहाँ आयी क्यों है?? अवनी - अच्छा वो मुझे यहाँ अभिमन्यु सर ने बुलाया है काम के लिए!! दादी - अच्छा, पुत्तर ज़रा मंदिर तक जाने मे मेरी मदद कर!!! अवनि - जी दादी चलिए?? अवनि दादी को बाहर कि तरफ ले जाने लगती है.... दादी - अरे अरे रुको, पुत्तर कहाँ ले जा रही है मुझे तू! अवनि - जी अभी आपने ही तो कहा आपको मंदिर जाना है!!! दादी उसकी बात पर ज़ोर ज़ोर हसने लगती है " तू ना बिलकुल भोली है"" दादी घर के मंदिर कि तरफ इशारा करते हुए कहती है "" मैं इस मंदिर कि बात कर रही थी "!"! अवनि - अच्छा सॉरी दादी, मेरा मतलब है मैम मुझे लगा आप बाहर के मंदिर कि बात कर रही है..... दादी - ये मैम क्या होता है तू मुझे दादी ही कह ,,, सभी मुझे यहाँ. दादी ही कहते है!!! अवनि -ok दादी!! अवनि दादी को मंदिर मे ले जाती है , जहाँ दादी उसे राम चौपई उठाने को कहती है ..... और उसे सर से लगा देती है!!. दादी - ये राम चौपयी है, इसमें भगवान राम के ज़ीवन का पूर्ण सार है, पर आजकल के बच्चो का कहाँ पता होगा वो तो इन सब चीज़ो मे मानते ही नहीं है!!! अवनि - नहीं दादी मुझे पता है, और मुझे ये मुँह जुबांई याद भी है!! दादी - क्या तू सच कह रही है!! अवनि - जी हाँ मेरी दादी मुझे ये सुनाया करती थी, सुनाऊ आपको? दादी - हाँ बिलकुल! और अवनि उन्हें राम चौपयी सुनाने लगती है, जिससे दादी उसे काफ़ी इम्प्रेस हो जाती है, और अवनि भी ये भूल जाती है कि वो यहाँ क्यों आयी थी..... और अभी दादी अवनि को आशीर्वाद दे ही रही थी कि उसकी नज़र नीलम खन्ना पर पड़ जाती है और उसे ज्वेलरी शॉप पर हुयी घटना याद आ जाती है , अवनि - ये यहाँ क्या कर रहे हैँ, कहीं ये अभिमन्यु सर कुछ लगते तो नहीं surname भी खन्ना है ओह shit मैं क्या करू!!! नीलम खन्ना उन्ही कि तरफ आ रही रही थी जिस वज़ह से अवनि अपना मुँह दुपट्टे से ढक देती है,, और उनकी नज़र मे आने से बचने कि कोशिश करती है.........
Khushbu
15-Dec-2023 06:56 PM
V nice
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Ritika
15-Dec-2023 03:41 PM
thAnkyou 😊
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Madhumita
15-Dec-2023 06:47 PM
Nice
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Ritika
15-Dec-2023 01:25 PM
thankyou 😊
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